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The Haryana Story | राजनीतिक संत मनोहर लाल का समर्थन करेगा ब्राह्मण समाज

राजनीतिक संत मनोहर लाल का समर्थन करेगा ब्राह्मण समाज

जिला करनाल ब्राह्मण सभा ने की घोषणा

जिला करनाल ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता

भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल राजनीतिक संत हैं। सनातनी सभ्यता अनुसार संत को ब्राह्मण माना जाता है, इसलिए ब्राह्मण समाज ने तय किया है कि लोकसभा चुनाव में उनका समर्थन मनोहर लाल के साथ है। यह बात जिला करनाल ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने मीडिया को जारी बयान में कही। उन्होंने सर्व समाज से अपील करते हुए कहा कि ऐसे त्यागी और तपस्वी व्यक्तित्व का सभी को समर्थन कर देश की सबसे बड़ी जीत दिलाकर लोकसभा भेजना चाहिए। मनोहर लाल देश और समाज के लिए जीते हैं, उन्होंने यह साबित कर दिया है। 

मनोहर से बड़ा त्यागी व्यक्ति आजाद भारत के इतिहास में कोई नहीं हुआ

पूरे देश की राजनीति पर नजर दौड़ाएं तो उनसे बड़ा त्यागी व्यक्ति आजाद भारत के इतिहास में कोई नहीं हुआ है। उन्होंने अपनी पैतृक संपत्ति के साथ-साथ तमाम जमा पूंजी देशहित में दान देकर बड़े बड़े दानी व्यक्तियों की सूची में अग्रिम स्थान बनाया है। उन्होंने करनाल विधानसभा से विधायक बनने के बाद प्रदेश के सर्वोच्च पद मुख्यमंत्री की गरिमा बढ़ाई और अब लोकसभा जीतने के बाद निश्चित रूप से वे देश के अग्रणी नेतृत्व में रहेंगे। उन्होंने सर्वजन से आग्रह किया कि खुले दिल से हरदिल अजीज देश के लाल मनोहर लाल को रिकॉर्ड मतों से चुनाव जिताकर लोकसभा भेजें। 

ब्राह्मण समाज को मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने कहा कि मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए सर्व समाज के लिए जनहितैषी कार्यों की झड़ी लगाए रखी। ब्राह्मण समाज के हित और सम्मान में अनगिनत अकल्पनीय कार्य किए। ब्राह्मण समाज को मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है, जिस पर पूरे ब्राह्मण समाज को गर्व है। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड बनाने की जो घोषणा की थी, प्रशासनिक स्तर पर उसकी सभी औपचारिकता पूरी हो चुकी हैं। इस महान कार्य से सनातन संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। पुजारी तंगहाली का जीवन जी रहे हैं, मनोहर लाल के प्रयासों से अब उन्हें एक निश्चित न्यूनतम आय प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए पुजारी, पुरोहित का कुशल वर्कफोर्स के हिसाब से न्यूनतम वेज रेट तय किया जाएगा। भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर राजपत्रित अवकाश हो चुका है व कैथल में मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान श्री परशुराम के नाम पर रख कर निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। रोहतक के पहरावर में जमीन गौड़ ब्राह्मण कॉलेज को दी जा चुकी है। 

मनोहर लाल ब्राह्मण समाज के दिलों में बस गए

इस कॉलेज के लिए वर्ष 2022 से 2055 तक 33 सालों के लिए नये सिरे से लीज हो चुकी है, जबकि पहले यह लीज वर्ष 2009 से 2042 तक थी। इसके अलावा, पिछले पैसे को माफ किया गया और किसी भी प्रकार के जुर्माना व पेनल्टी के पैसे का भुगतान भी नहीं करना पड़ा है। भगवान परशुराम के नाम पर डाक टिकट जारी करना, गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेदिक कॉलेज में 100 बीएमएस सीटें मंजूर व इसके अलावा, 7 विषयों में पांच-पांच यानी एमडी-एमएस कोर्स की कुल 35 सीटों की भी मंजूरी के कार्य कराकर मनोहर लाल ब्राह्मण समाज के दिलों में बस गए हैं।

गरीब ब्राह्मणों को नौकरी दी

सालों से कोर्ट में लंबित ईपीबीजी (सामान्य श्रेणी के गरीब ब्राह्मण, बनिया, राजपूत व पंजाबी) की हाईकोर्ट में पुरजोर पैरवी कर नौकरी देने का कार्य ब्राह्मण समाज कभी नहीं भूल सकता। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि 1966 से अब तक किसी सरकार ने भगवान परशुराम को याद नहीं किया था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह साबित कर दिया कि वे सभी जातियों व धर्म को सम्मान देते हैं।

धौलीदारों को दी जमीन

पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से 1700 एकड़ निजी जमीन धौलीदारों को दी जा चुकी है। करनाल में फव्वारा चौक का नाम भाई मती दास-सती दास छिब्बर के नाम पर व पुराने परशुराम चौक का सौंदर्यीकरण, परशुराम चौक से गांधी चौक तक के मार्ग का नाम भगवान परशुराम मार्ग व शहर के एक पार्क में भगवान परशुराम की प्रतिमा भी स्थापित की जा रही है। करनाल की ब्राह्मण धर्मशालाओं के लिए कुल 31 लाख रुपए दिए गए व करनाल में भगवान परशुराम सेवा सदन के लिए 2000 वर्ग गज प्लॉट का मामला अंतिम स्तर पर है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में आचार्य चाणक्य के नाम पर चेयर स्थापित करना, ताकि उनके जीवन व कार्यों पर शोध हो सके आदि कार्य मनोहर लाल ने ही किए हैं। इस अवसर पर रोशन लाल शर्मा, प्रेमचंद शर्मा, राजकुमार शर्मा, संजीव शर्मा, सुभाष शर्मा, धर्मपाल शर्मा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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