
पानीपत जिले में समालखा हलके के खंड बापौली की ताहरपुर ग्राम पंचायत द्वारा गांव मे गौचराण की जमीन पर मुस्लिम समुदाय का कब्रिस्तान बनाये जाने से तनाव व्याप्त हो रहा है। गांव वासियों ने इसे हिन्दू समाज की आस्था से खिलवाड बताते हुए सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राज्य सरकार के अनुदान से बन रहे मुस्लिम कब्रिस्तान के निर्माण को रोकने के लिए ग्रामीणों ने बीडीपीओ, समालखा एसडीएम सहित जिला प्रशासन से गुहार लगाई है।
सरपंच के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
तारापुर गांव में शुक्रवार को गौ चरान की जमीन पर कब्रिस्तान बनाए जाने को लेकर सरपंच के खिलाफ सैकड़ों ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण अजय देशवाल ने बताया कि जिस जगह सरपंच कब्रिस्तान बनाना चाहता है वहां पहले से हिन्दू समाज की शमशान भूमि है। श्मशान भूमि पर कब्रिस्तान बनाने से आस-पास के लोगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इससे धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का उल्लंघन हो सकता है। पेशे से एडवोकेट देशवाल ने बताया कि श्मशान भूमि पर कब्रिस्तान बनाना कानूनी रूप से एक मुद्दा हो सकता है, क्योंकि भूमि का उपयोग विशिष्ट उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों के मुताबिक गांव बैगमपुर ताहरपुर तहसील बापौली में इस्तेमाल के दौरान सामूहिक कार्य के लिए 267 कनाल-16 मरले बंजर कदीम भूमि छोडी गई थी। जिसकी देख रेख के लिए ग्राम पंचायत को अधिकार दिए गए थे। इस्तेमाल के दौरान मुरब्बा नंबर 2 किला न. 21/1 (2-0) गैर मुमकिन श्मशान व 21/2(1-8) गैर मुमकिन श्मशान के लिए भूमि आरक्षित की गई थी, लेकिन जगह की कमी पेशी की वजह से मुरब्बा नंबर 2 किला नंबर 20(5-12) बंजर कदीम भूमि का प्रयोग श्मशान के लिए किया जाता रहा है।
अब मौका पर भी किला नंबर 20 में श्मशान के लिए लोहे का शेड व दाह संस्कार की गई पुरानी राख भी मौका पर मौजूद है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा सरपंच गांव में रंजिश बाजी व पार्टीबाजी की वजह से मुस्लिम समुदाय का वोट लेने के लिए उपरोक्त किला नंबर 20 में चारदीवारी करके उसमें मुस्लिमों के कब्रिस्तान बनाना चाहता है। जिसमें मौका पर सरंपच ने किला नंबर 20 का निर्माण शुरू करवा रखा है।
जबकि सरपंच को उपरोक्त भूमि गौ चरान के लिए आरक्षित है। जिसके नैचर को बदलकर उसमें कब्रिस्तान बनाने का उसे कोई कानूनी अधिकार ना है। जिससे आहत होकर सरपंच के द्वारा गौ चरान भूमि पर कराए जा रहे अवैध कब्जे के काम को रुकवाने और सरपंच के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है।
सरपंच वजीर देशवाल ने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया
वहीं तारापुर गांव के सरपंच वजीर देशवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी ग्रामीणों ने चिन्हित जगह सर्वसम्मति से विशेष समुदाय को कब्रिस्तान के लिए दी थी। उक्त जमीन एक बीघा जिसका कब्रिस्तान के नाम से रेजोल्यूशन पास कर सरकार से ग्रांट ली गई है और सरकार के दिशा निर्देशों पर सभी मानकों को पूरा करते हुए कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा गांव में माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।
कब्रिस्तान बनाने के लिए सरकार द्वारा ग्रांट दी गई
इस संदर्भ में बापौली के बीडीपीओ शक्ति सिंह ने बताया कि पंचायती जमीन पर कब्रिस्तान बनने का कार्य किया जा रहा है। कब्रिस्तान बनाने के लिए सरकार द्वारा ग्रांट दी गई है। पंचायत द्वारा रेजोल्यूशन पास कर नियमानुसार कार्य किया जा रहा है।
related
Latest stories

मुख्यमंत्री ने 'एक ही क्लिक' में सैंकड़ों जरूरतमंदों को दिया आर्थिक मदद का तोहफा, 7.48 करोड़ रुपए की राशि जारी
.webp)
'पानी मुद्दे' पर हरियाणा में हुई सर्वदलीय बैठक, मुख्यमंत्री के साथ मजबूती से खड़े सभी दल - 'अपना हक लेकर रहेंगे'

केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री और राजेश नागर ने फरीदाबाद में किया करोड़ों रुपयों के विकास कार्यों का शुभारंभ