हरियाणा के पंचकुला में रहने वाली मात्र 9 साल की अर्शिया गोस्वामी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटौर रही है। अर्शिया की उम्र भले छोटी है, लेकिन उसके कारनामे बड़ो-बड़ों को भी हैरत में डाल रहे हैं। अर्शिया की उपलब्धि को देख लोग कह रहे हैं कि हम 55 बरस के हो गए तब भी इतना भार नहीं उठा सकते और अर्शिया ने बचपन में इतना भार कैसे उठाया ? जिस उम्र में बच्चे खिलौनों की तरफ आकर्षित होते हैं, उस उम्र में पंचकुला की ये बेटी बड़े कारनामों का अंजाम दे रही है। गौरतलब है कि अर्शिया गोस्वामी ने अपने नाम कई रिकॉर्ड बना दिए हैं। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के बाद अर्शिया गोस्वामी ने अब 75 किलोग्राम वजन उठाकर सबको हैरान कर दिया है।
इस बच्ची ने यह कारनामा कैसे कर दिखाया ?
ग़ौरतलब है कि सोशल मीडिया पर अर्शिया गोस्वामी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में अर्शिया एक जिम में 75 किलोग्राम की सफल डेडलिफ्ट उठाती दिख रही हैं। अर्शिया की इसी ताकत ने लोगों को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया है। सोशल मीडिया पर जब से यह वीडियो सामने आया है। लोग इस बात से हैरान हैं कि इस बच्ची ने यह कारनामा कैसे कर दिखाया।
अपनी उम्र ने कई गुना ज्यादा वजन उठा सकती है अर्शिया
सबके मन में यही सवाल है कि 9 साल की बच्ची अपने वजन से कई गुना ज्यादा वजन कैसे उठा सकती है। भले ही यह लोगों के लिए नामुमकिन हो, लेकिन अर्शिया गोस्वामी के लिए यह बाएं हाथ का खेल है। अर्शिया जब 4-5 साल की थीं, तभी से वह वेटलिफ्टिंग और डेडलिफ्ट की प्रैक्टिस कर रही हैं। कड़ी मेहनत के दम पर अर्शिया ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है और कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं।
6 साल की उम्र में 60 किलो वजन उठाया था
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के मुताबिक वर्ष 2023 में सिर्फ 25 किलो की होने के बावजूद अर्शिया ने डेडलिफ्ट में 60 किलो वजन उठाया था। वर्ष 2021 में अर्शिया जब 6 साल की थी, तब उसने 45 किलो वजन उठाया था। तब वह सबसे कम उम्र की डेडलिफ्टर बन गई थी। अर्शिया की ताकत और उनके बुलंद हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। 9 साल की उम्र में अर्शिया 14-15 साल के बच्चों के साथ मुकाबला कर रही हैं।
वेटलिफ्टिंग में ही अपना करियर बनाना चाहती हैं अर्शिया
अर्शिया का मानना है कि कोई मुकाम हासिल करने के लिए उम्र की पाबंदी नहीं होनी चाहिए। अर्शिया गोस्वामी वेटलिफ्टिंग में ही अपना करियर बनाना चाहती हैं। देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना उनका सपना है। जिम चलाने वाले अर्शिया के पिता अपनी बेटी के सपनों को साकार करने में दिन रात उसके साथ जुटे रहते हैं।
related
Latest stories
ये किसान व आढ़ती को ख़त्म करने का 'षड्यंत्र' नहीं तो क्या है? सदन में भाजपा पर गरजे आदित्य
सरकार द्वारा 'आंकड़े न कभी छुपाए जाते हैं, न कभी छुपाए जाएंगे', जानिए मुख्यमंत्री सैनी ने ऐसा क्यों कहा
'वे नहीं जानती कि पराली क्या होती है' दिल्ली सीएम पर बड़ोली का तंज - बोले पहले खेतों में जाकर पराली देखनी चाहिए