
दिल में अगर कुछ करने का जज़्बा हो तो, हो नहीं सकता कि आपको मंजिल ना मिले। कुछ करने का जुनून हो तो मुश्किल से मुश्किल राह भी आसानी से पर हो सकती है। यह साबित करके दिखाया है 17 वर्षीय सुमित दहिया ने। शहर की टीडीआई के रहने वाले सुमित दहिया ने अस्ताना कज़ाख़िस्तान में हुई एएसबीसी एशियन यूथ बॉक्सिंग चैंपियन 2024 में कांस्य पदक हासिल करके हरियाणा प्रदेश का ही नहीं बल्कि पाने ज़िले और अपने माता-पिता का नाम भी रोशन किया है।
चैंपियनशिप 27 अप्रैल से 7 मई तक आयोजित की गई थी
उल्लेखनीय है कि एशियन यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप 27 अप्रैल से 7 मई तक आयोजित की गई थी और इस चैंपियनशिप में कई देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। सुमित दहिया ने बताया कि उनका पहला मैच कोरिया के साथ हुआ था और दूसरा कज़ाख़िस्तान के साथ हुआ। सुमित दहिया के शानदार प्रदर्शन पर परिवार और शिवाजी स्टेडियम स्थित बॉक्सिंग एकेडमी में खुशी का माहौल है। सुमित दहिया की मां रेखा देवी ने कहा कि उनके बेटे ने जो है मुकाम हासिल किया है यह सुमित की दिन रात की गई मेहनत का परिणाम है। इसके लिए वह उनके कोच का भी धन्यवाद करती हैं और मुझे अपने बेटे पर गर्व है जो अपने प्रदेश का ही नहीं देश का नाम रोशन कर रहा है।
सोशल मीडिया से दूरी बनाकर की कड़ी मेहनत
सुमित ने पिछले दिनों ऑल इंडिया ट्रायल में छह फाइट जीती थी। यह ट्रायल रोहतक में हुई थी। सुमित दहिया ने इसके आधार पर नेशनल कैंप में भाग लिया। उन्होंने यहां अपने खेल में तकनीकी सुधार किया। उन्होंने तीन से दस मार्च को यूरोप में आयोजित यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में 67 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया। उन्होंने यहां शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता और आज उन्होंने कजाकिस्तान में हुई चैंपियनशिप में भी कांस्य पद हासिल किया है कुछ बनने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया से काफी दूरी बनाए रखी दिन रात मेहनत करते रहे।
एक ही सपना : देश की झोली में स्वर्ण पदक लाना
सुमित दहिया ने बताया कि वह मुक्केबाजी में लगातार मेहनत कर रहा है। उसके खेल में सुधार आ रहा है। मुक्केबाजी में दम लगाने के साथ तकनीकी भी जानकारी ले रहे हैं। उसका सपना वर्ल्ड एथलेटिक्स और एशियाई खेलों में देश की झोली में स्वर्ण पदक लाना है। वह इसको लेकर लगातार मेहनत कर रहा है।
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