पानीपत जिले के एक छोटे से गांव भोड़वाल माजरी की रहने वाली शिवानी पांचाल ने हाल ही में हरियाणा लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण करके एसडीएम पद पर नियुक्ति प्राप्त की है। शिवानी की यह सफलता उसके परिवार और गांव के लिए गर्व का विषय है।
विपरीत परिस्थितियों से जूझता परिवार
शिवानी के पिता दिलबाग सिंह का देहांत 2005 में ही हो गया था। उसके बाद शिवानी की मां सविता और उनके चाचाओं ने मिलकर उसकी पढ़ाई का खर्च वहन किया। शिवानी की मां सविता एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं और उनकी आय परिवार के लिए अकेले पर्याप्त नहीं थी।
मेहनत और लगन से हासिल की सफलता
शिवानी ने अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई समालखा के चंदन बाल विकास स्कूल से पूरी की। इसके बाद उसने एनआईटी कुरुक्षेत्र से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। कुछ समय तक एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने के बाद, शिवानी ने हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। शिवानी के चाचा नरेश पांचाल के अनुसार, "शिवानी सुबह 5 बजे से रात 10-11 बजे तक पढ़ती थी। उसकी यह कड़ी मेहनत और लगन ही आज उसकी सफलता का कारण बनी है।"
नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
शिवानी की सफलता न केवल उसके परिवार और गांव के लिए गर्व का विषय है, बल्कि नई पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणा है। यह दर्शाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी अगर लगन और मेहनत के साथ प्रयास किया जाए, तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। शिवानी का अगला लक्ष्य यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करना है ताकि वह देश की सेवा कर सके। उसकी यह सफलता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
related
आईपीएस अधिकारी आत्महत्या मामले में बढ़ सकती है सरकार की टेंशन, आरपार की लड़ाई और मांगों पर अड़ा परिवार
आईपीएस अधिकारी आत्महत्या मामला : चार दिन बाद भी नहीं हुआ शव का पोस्टमार्टम, आईएएस पत्नी ने FIR पर जताया एतराज