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The Haryana Story | करनाल में झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग का छापा, एमटीपी किट बेचते हुए रंगे हाथों काबू

करनाल में झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग का छापा, एमटीपी किट बेचते हुए रंगे हाथों काबू

अवैध दवाई भी झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक से हुई बरामद ,आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग आगे की जांच में जुटा

प्रतीकात्मक तस्वीर

करनाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ड्रग विभाग की टीम ने देर रात करनाल के एक क्लिनिक पर छापेमारी करते हुए झोलाछाप डॉ को एमटीपी किट बेचते हुए रंगे हाथों काबू किया और भरी मात्रा में अवैध दवा भी वितरित की। मौके पर मौजूद डॉक्टर शिनु चौधरी डिप्टी सिविल सर्जन पीएनडीटी ने जानकारी देते हुए बताया पिछले 2-3 दिनों से करनाल सिविल सर्जन को सूचना मिल रही थी कि शिव कालोनी में एक क्लीनिक पर कोई एमटीपी किट बेच रहा है। इस सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की और से एक टीम बनाई गई और एक डिकोय को यहां ग्राहक बनाकर भेजा था।

एमटीपी किट सीज कर ली

वहीं जब डिकोय क्लीनिक पर पहुंचा तो वहां मौजूद मौजूद परवीन ने एक हजार रुपए में किट दे दी, तभी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे मौके पर काबू कर लिया। वहीं जांच में यह भी पाया गया कि पिछले डेढ़ साल से यह अपना क्लीनिक यहां पर चल रहा था और क्लीनिक पर वह किट बेचा करता था, वहीं बिना किसी रजिस्टर और डिग्री के यह क्लीनिक चला रहा था। डॉक्टर शिनु चौधरी ने बताया कि एमटीपी किट हमने सीज कर ली हैं, कई दवाइयां भी मिली है जो अवैध दवाइयां है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आगामी कार्यवाही की जा रही है।

सीएमसी की एक डिग्री है, जो पूरे इंडिया और हरियाणा में मान्य नहीं 

टीम में मौजूद ड्रग अधिकारी रितु मैहला ने जानकारी देते हुए बताया एमटीपी किट को बेचने की गुप्त सूचना पर यह कार्रवाई की गई है। यहां क्लीनिक पर 61 प्रकार की दवाइयां भी रखी हुई है, जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है और ना ही क्लीनिक संचालक के पास किसी तरह की कोई डिग्री मौजूद है। सीएमसी की एक डिग्री है, जो पूरे इंडिया और हरियाणा में मान्य नहीं है, जिससे ये प्रैक्टिस कर सके। आरोपी के खिलाफ सख्त एक्शन होगा मामला भी दर्ज करवाया जा रहा है और विभागीय कार्रवाई की जाएगी। 

सीएमएस की डिग्री के अगर मान्यता नहीं है तो वो बनाते क्यों है ?

वहीं इस बारे झोलाछाप क्लीनिक संचालक ने कहा कई लोग ऐसे ही बैठे हैं, मैं कोई अलग तो बैठा नहीं हूं। दस दिन पहले कोई अवैध दवाइयां देकर चला गया था। संचालक ने अपनी गलती मानते हुए कहा गलत तो है, पर उसे इस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। पिछले डेढ़ साल से वह अपना क्लिनिक चला रहा है, यहां कॉलोनी में कई लोग बिना डिग्री के बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा मेरे पास सीएमएस की डिग्री के अगर मान्यता नहीं है तो वो बनाते क्यों है ? एमटीपी कोई मुझे देकर चला गया था। देर रात तक स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर मौजूद थी दवाइयां और आरोपी क्लीनिक संचालक को पुलिस द्वारा काबू कर लिया गया है।

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