हरियाणा पुलिस के राज्यव्यापी अभियान ऑपरेशन ट्रैकडाउन की धमाकेदार शुरूआत हो चुकी है। 5 से 20 नवंबर तक चलने वाले इस ऑपरेशन के पहले ही दो दिनों में पुलिस ने कार्रवाई का जोरदार प्रदर्शन करते हुए कुल 56 कुख्यात वांछित अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 602 अन्य आरोपियों की भी गिरμतारी की गई है। इस तरह कुल मिलाकर 602 अपराधी पुलिस के शिकंजे में आ चुके हैं। पहले दो दिनों की जबरदस्त कामयाबी इस ऑपरेशन की शुरूआत 5 नवंबर को हुई, जब एक ही दिन में 32 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई।
दो दिनों में 9 हिस्ट्रीशीट भी खोली गईं
अगले दिन यानी 6 नवंबर को 24 और कुख्यात अपराधी धर दबोचे गए जबकि 252 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। इन दो दिनों में 9 हिस्ट्रीशीट भी खोली गईं, जिससे ऐसे अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड को अपडेट करने के साथ-साथ भविष्य में उनकी जमानत रद्द करवाने की प्रक्रिया तेज हो सकेगी। नेतृत्व और रणनीति डीजीपी ओ पी सिंह के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान में थाना, जिला और राज्य स्तर पर अपराधियों के खिलाफ रणनीतिक कार्रवाई की जा रही है। हर थाना अपने क्षेत्र के पांच सबसे कुख्यात अपराधियों को निशाने पर रखे हुए है, जबकि हर जिले की टीम अपने दस टॉप मोस्ट अपराधियों को गिरफ्तार करने पर केंद्रित है।
एसटीएफ ने राज्यभर के बीस सबसे खतरनाक अपराधियों की सूची बनाई
इसी तरह एसटीएफ ने राज्यभर के बीस सबसे खतरनाक अपराधियों की सूची बनाई है, जिन पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जा रही है। जनता से सीधा संवाद ऑपरेशन ट्रैकडाउन को जनता से जोड़ने और पुलिस-जन सहयोग को और मजबूत करने के लिए आईजी क्राइम ने अपना निजी मोबाइल नंबर 90342 90495 भी सार्वजनिक कर दिया है, ताकि नागरिक गोपनीय रूप से सूचना साझा कर सकें।
हरियाणा अब अपराधियों के लिए नो प्लेस टू हाइड बन चुका
इंटर-स्टेट सामंजस्य हरियाणा पुलिस ने पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और चंडीगढ़ पुलिस के साथ समन्वय बढ़ाते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त छापेमारी और वारंट तामील जैसी गतिविधियां शुरू की हैं। स्पष्ट संदेश-अपराध के लिए जीरो टॉलरेंस इस अभियान का स्पष्ट संदेश है-केवल गिरफ्तारियां नहीं, बल्कि अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ना, उनकी जमानत रद्द करवाना, संपत्तियां जब्त करना और नई वारदातों को रोकना ही प्राथमिकता है। पहले ही दो दिनों की सफलता ने बता दिया है कि हरियाणा अब अपराधियों के लिए नो प्लेस टू हाइड बन चुका है।