श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर करनाल में रविवार को इतिहास रच गया, जब एनडीआरआई चौक से शुरू हुई “हिंद की चादर मैराथन” में लगभग 61 हजार युवा-युवतियों ने भाग लेकर शहीदी दिवस को श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय आवासन, ऊर्जा एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “गुरु तेग बहादुर जी की शहादत हमें प्रेरित करती है कि हम समाज, धर्म और देश के लिए समर्पित होकर कार्य करें।”
धर्म और मानवता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया
मनोहर लाल ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने 1675 ईस्वी में धर्म और मानवता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। जब कश्मीरी पंडितों पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाला जा रहा था, तब गुरु जी ने स्वयं बलिदान देकर अधर्म के विरुद्ध आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि उस समय 9 वर्षीय गुरु गोविंद सिंह ने स्वयं अपने पिता को धर्म की रक्षा हेतु बलिदान देने की प्रेरणा दी। मंत्री ने इस अवसर पर गुरु जी के साथ बलिदान देने वाले भाई मतीदास, भाई दयाला जी और भाई सतीदास के अमर बलिदान को भी नमन किया।
हरियाणा की माटी भी इस गौरवगाथा की साक्षी रही
उन्होंने कहा कि दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा शीश गंज साहिब की पवित्र धरती पर गुरु जी का शीश शरीर से अलग किया गया था, वहीं हरियाणा की माटी भी इस गौरवगाथा की साक्षी रही — सोनीपत जिले के बडखालसा गांव के एक वीर युवक ने गुरु जी का शीश आनंदपुर साहिब पहुंचाने के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था। मैराथन के शुभारंभ से पहले “हिंद की चादर तेग बहादुर” गीत का लोकार्पण किया गया। पूरे वातावरण में “बोले सो निहाल, सत श्री अकाल” और “भारत माता की जय” के जयकारों से गूंज उठी।
भक्ति भाव से भरे गीतों से वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया
युवाओं ने गतका प्रदर्शन, शबद कीर्तन और भक्ति भाव से भरे गीतों से वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। सुबह 5:30 बजे से ही 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की दौड़ें प्रारंभ हो गईं। इस अवसर पर विधायक जगमोहन आनंद, इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, असंध के विधायक योगेंद्र राणा, नीलोखेड़ी के भगवानदास कबीरपंथी, उपायुक्त उत्तम सिंह, एसपी गंगा राम पूनिया, मेयर रेणु बाला गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रवीण लाठर, सरदार त्रिलोचन सिंह, एसडीएम अनुभव मेहता, सीटीएम मोनिका, चीनी मिल एमडी अदिति, डीडीपीओ कंचन लता, प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी आदि मौजूद रहे।