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The Haryana Story | प्लांट ड्रोन सिटी 'सिसाय' बनेगी बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब, यहां 23 ड्रोन कम्पोनेंट फैक्ट्रियाँ, दो ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाए जाएंगे

प्लांट ड्रोन सिटी 'सिसाय' बनेगी बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब, यहां 23 ड्रोन कम्पोनेंट फैक्ट्रियाँ, दो ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाए जाएंगे

हरियाणा के हिसार जिले के गांव सिसाय के ग्रामीण युवा दीप सिहाग आज भारत और विश्व में ड्रोन और कृषि तकनीक के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे

हिसार जिले के गांव सिसाय में स्थापित की जा रही भारत फ्यूचर टेक पार्क-इंडियाज फर्स्ट ड्रोन सिटी का दृश्य।

ए.वी.पी.एल.इंटरनैशनल ड्रोन कम्पनी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि हरियाणा के हिसार जिले के गांव सिसाय के ग्रामीण युवा दीप सिहाग आज भारत और विश्व में ड्रोन और कृषि तकनीक के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं। अपने गांव से गहरा लगाव रखने वाले दीप सिहाग सिसाय अब एफआईसीसीआई और भारत सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ इज़रायल दौरे पर जा रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य इज़रायल की उन्नत कृषि तकनीक, ड्रोन आधारित प्रिसीजन फार्मिंग, स्मार्ट सिंचाई और एग्रीटेक इनोवेशन को समझना और भारत में लागू करने के लिए साझेदारी के अवसर तलाशना है।

8 सितंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसका शिलान्यास किया

दौरे के दौरान कृषि ड्रोन, डेटा आधारित खेती, ड्रोन-एज़-ए-सर्विस और संयुक्त पायलट प्रोजेक्ट्स पर विस्तृत चर्चा होगी। कम्पनी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि भारत फ्यूचर टेक पार्क-इंडियाज फर्स्ट ड्रोन सिटी सिसाय (हरियाणा) दीप सिहाग का विज़न उनके गांव सिसाय में साकार हो रहा है। 11.5 एकड़ में विकसित हो रही यह परियोजना भारत का पहला ड्रोन शहर होगा। 8 सितंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसका शिलान्यास किया। डी.जी.सी.ए. से इसे भारत का सबसे बड़ा रिमोट पायलट ट्रैनिंग आर्गेनाइजेशन (आर.पी.टी.ओ.) मान्यता प्राप्त है। इसके अंतर्गत 10 समर्पित फ्लाइंग फील्ड विकसित किए जा रहे हैं, ताकि बड़े पैमाने पर सुरक्षित और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ड्रोन ट्रेनिंग दी जा सके। यह परियोजना केवल ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर नहीं बल्कि ग्रामीण भारत के लिए भविष्य की टेक्नोलॉजी राजधानी के रूप में विकसित की जा रही है। 

ड्रोन सिटी सिसाय एक बड़े मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रही

प्लांट ड्रोन सिटी सिसाय एक बड़े मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रही है। यहां 23 ड्रोन कम्पोनेंट फैक्ट्रियाँ स्थापित की जाएँगी, जिनमें फ्लाइट कंट्रोलर, बैटरी, मोटर, प्रोपेलर, आर.एफ. मॉड्यूल और सेंसर तैयार होंगे। इसके अलावा दो ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाए जाएंगे – एक नॉन-डिफेन्स ड्रोन के लिए (कृषि, सर्वे, लॉजिस्टिक्स, फोटोग्राफी आदि) और एक विशेष रूप से डिफेन्स ड्रोन के लिए (भारतीय सेना एवं सुरक्षा बलों के लिए)। ये ड्रोन और कम्पोनेंट्स न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सप्लाई किए जाएंगे।

“जय जवान, जय किसान” को धरातल पर लाने वाला अनोखा प्रोजेक्ट

यह पहला मौका है जब उच्च तकनीक की डिफेन्स ड्रोन कंपनी ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित हो रही है। क्षेत्रीय निदेशक डॉ नवीन नैन भालसी ने कहा कि सिसाय से ही एग्री ड्रोन तैयार होंगे, जो फसल छिड़काव, न्यूट्रिएंट मैनेजमेंट, मैपिंग और प्रिसीजन फार्मिंग में मदद करेंगे। इसके साथ ही भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों के लिए डिफेन्स ड्रोन भी यहीं से तैयार होंगे। यानी एक ही गांव से किसान और जवान दोनों के लिए तकनीक का लाभ सुनिश्चित होगा। यह वास्तव में “जय जवान, जय किसान” को धरातल पर लाने वाला अनोखा प्रोजेक्ट है। ड्रोन सिटी सिसाय को इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग और हैंड्स-ऑन एजुकेशन हब के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। 

ए.वी.पी.एल.इंटरनैशनल भारत के अग्रणी ड्रोन ब्रांडों में शामिल

दीप सिहाग का लक्ष्य है कि आने वाले दो वर्षों में 1,000 से अधिक रोजगार और उद्यमिता अवसर ग्रामीण युवाओं के लिए तैयार किए जाएं। दीप सिहाग के नेतृत्व में ए.वी.पी.एल.इंटरनैशनल भारत के अग्रणी ड्रोन ब्रांडों में शामिल है। यह 16 से अधिक राज्यों में सक्रिय है, 70 स्वयं के और संबद्ध प्रशिक्षण एवं सेवा केंद्र चलाता है। दीप सिहाग ने कहा कि मैं सिसाय का एक साधारण ग्रामीण हूं, लेकिन सपना बड़ा है। हमारे गांव के किसान एग्री ड्रोन से लाभ उठाएं, हमारे जवान डिफेन्स ड्रोन से मजबूत हों। 

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