हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा किए गए हाल के HCS भर्ती प्रक्रिया पर संदेह व्यक्त किए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस भर्ती में कई अनियमितताओं का आरोप लगाया है और सरकार से जवाब मांगे हैं।
'लाइन वार' चयन पर सवाल
सुरजेवाला ने HCS भर्ती में 'लाइन वार' अभ्यर्थियों के चयन पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि परीक्षा में एक ही कमरे में बैठे और एक साथ इंटरव्यू दिए गए कई अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। उन्होंने कुछ विशिष्ट रोल नंबरों पर भी संदेह व्यक्त किया है।
आरक्षित श्रेणियों में रिक्त पदों का मामला
सुरजेवाला ने सरकार पर आरक्षित श्रेणियों के पदों को खाली छोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने पूछा है कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 31 पदों में से 9 पद क्यों खाली छोड़ दिए गए? साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग (ए) और (बी) श्रेणियों में भी रिक्त पदों के बारे में सवाल किए हैं।
सलेक्टेड अधिकारियों की संख्या, सूची और पता न बताने पर आपत्ति
सुरजेवाला का आरोप है कि सरकार चुनिंदा अधिकारियों की संख्या, सूची और पता नहीं बता रही है। उनका मानना है कि इस भर्ती में बाहर के उम्मीदवारों को भी शामिल किया गया है, इसलिए सरकार इस जानकारी को छिपा रही है।
परिणाम से संतुष्टि नहीं
कांग्रेस नेता ने इस भर्ती प्रक्रिया के परिणाम से असंतुष्टि जाहिर की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्गों के युवाओं को जानबूझकर वंचित किया गया है।
सरकार से जवाब की मांग
सुरजेवाला ने सरकार से इन सभी सवालों के जवाब मांगे हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार को पारदर्शिता बरतनी चाहिए और भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता की जांच करानी चाहिए।
इस तरह, हरियाणा में हुई HCS भर्ती को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। सरकार को अब इन आरोपों और सवालों का जवाब देना होगा और प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करनी होगी।