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दिल्ली कूच करने पर अड़े किसान :  22 जुलाई को होगा सम्मेलन, 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च

दिल्ली कूच करने पर अड़े किसान : 22 जुलाई को होगा सम्मेलन, 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च

फरवरी से बंद शंभू बॉर्डर खोलने की डेडलाइन आज खत्म, हरियाणा सरकार की तरफ से अब तक बॉर्डर खोलने के लिए नहीं उठाया कोई कदम, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने इसी माह 10 जुलाई को हरियाणा सरकार को एक सप्ताह में बॉर्डर खोलने के दिए थे आदेश, वहीं हरियाणा सरकार हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई

प्रतीकात्मक तस्वीर

हरियाणा के अंबाला में बीते फरवरी से बंद शंभू बॉर्डर खोलने की डेडलाइन आज खत्म हो रही है और हरियाणा सरकार की तरफ से अब तक बॉर्डर खोलने के लिए कोई कदम उठाया नहीं दिख रहा है। गौरतलब है कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने इसी माह 10 जुलाई को हरियाणा सरकार को एक सप्ताह में बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे। दूसरी तरफ किसान दिल्ली कूच करने पर अडिग हैं। उनका कहना है कि बॉर्डर खुलते ही वे दिल्ली के लिए कूच करेंगे। वहीं हरियाणा सरकार हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।

शंभू सीमा खुलते ही दिल्ली के लिए कूच कर देंगे 

संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के सदस्य जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बीते कल चंडीगढ़ में बैठक में कहा कि वह शंभू सीमा खुलते ही दिल्ली के लिए कूच कर देंगे और 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी उन्होंने फैसला लिया है। यह ट्रैक्टर मार्च पूरे देश में निकाला जाएगा। डल्लेवाल ने बताया कि उनके पास छह महीने का राशन है।

उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि उन्हें जंतर-मंतर या दिल्ली के रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। डल्लेवाल ने कहा कि अगर रास्ते में कहीं भी सरकार ने रोकने का प्रयास किया तो वे वहीं पर धरना शुरू कर देंगे और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह सरकार की होगी। 

अंबाला एसपी कार्यालय के घेराव का फैसला टाला

किसान आंदोलन के दौरान वाटर कैनन बॉय के नाम से मशहूर हुए नवदीप जलबेड़ा को हाईकोर्ट से नियमित जमानत मिलने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार यानी आज अंबाला एसपी कार्यालय के घेराव का फैसला टाल दिया है। इससे पहले 17 जुलाई को किसानों ने नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए अंबाला एसपी के दफ्तर का घेराव करने की धमकी दी थी।

बारिश, गर्मी व सर्दी से बचने के लिए एकमात्र विकल्प ट्रॉली

किसान नेता डल्लेवाल ने कहा है कि वे दिल्ली कूच ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ करेंगे। इसकी वजह यह है कि उनके पास बारिश, गर्मी व सर्दी से बचने के लिए एकमात्र विकल्प ट्रॉली ही होती है। उन्होंने कहा, हम केंद्र सरकार से कोई मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि सरकार ने जो वादे किए थे, उनको पूरा करवाने के लिए ही आंदोलन कर रहे हैं।

बॉर्डर खोलने का आदेश पंजाब सरकार के लिए भी

डल्लेवाल ने आरोप लगाया कि सरकार बॉर्डर खोलने के लिए तैयार नहीं हो रही है। हरियाणा सरकार के रास्ता न खोलने पर व्यापारियों को भी किसानों का साथ देने के साथ बीजेपी के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए। 300 मीटर पंजाब की तरफ बॉर्डर का एरिया पड़ता है, इसलिए बॉर्डर खोलने का आदेश पंजाब सरकार के लिए भी है।

नई दिल्ली में 22 जुलाई को होगा सम्मेलन

किसान नेताओं ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा का साझा सम्मेलन नई दिल्ली में 22 जुलाई को होगा। दोनों मोर्चों ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत विपक्ष के तमाम नेताओं से मुलाकात के लिए पत्र लिखा है और उनसे मुलाकात करके संसद के आगामी सत्र में एमएसपी गारंटी कानून समेत किसानों की तमाम मांगों पर प्राइवेट बिल लाने की मांग की जाएगी। आने वाले दिनों में हरियाणा में घर-घर जाकर दोनों मोर्चों के पदाधिकारी किसानों व मजदूरों को जागरूक करेंगे।

अंबाला में 2 माह के लिए धारा 163 लागू

अंबाला की जिला उपायुक्त डॉक्टर शालीन ने जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लगा दी है। इन आदेशों के तहत पांच अथवा इससे ज्यादा व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर पाबंदी रहेगी। एसपी कार्यालय के 200 मीटर के दायरे में भीड़ एकत्रित नहीं हो सकेगी। ये आदेश 17 जुलाई से आगामी दो माह तक लागू रहेंगे।

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