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The Haryana Story | पुलिस ने की सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना, रजत लाठर और अशोक को अवैध तरीके से किया गिरफ्तार

पुलिस ने की सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अवहेलना, रजत लाठर और अशोक को अवैध तरीके से किया गिरफ्तार

इस मामले पर न सिर्फ भाजपा बल्कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी आपत्ति जताई

करनाल में बस स्टैंड पर लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर कालिख पोतने के मामले में पुलिस ने यूथ कांग्रेस के ग्रामीण जिला युवा अध्यक्ष रजत लाठर और उसके साथी अशोक को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया। जहाँ कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। घटना के बाद से राजनीतिक हलकों में गर्माहट बढ़ गई है। इस मामले पर न सिर्फ भाजपा बल्कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि राजनीतिक मतभेद अपनी जगह हैं, लेकिन विरोध की मर्यादा बनी रहनी चाहिए।

लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा

हरियाणा में भाजपा सरकार पर वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस युवा इकाई पिछले कुछ समय से अभियान चला रही है। इसी क्रम में गुरुवार को यूथ कांग्रेस नेता रजत लाठर ने करनाल बस स्टैंड पर लगाए गए पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर कालिख पोत दी। लाठर का आरोप है कि वोट चोरी के सहारे भाजपा सत्ता में आई है और लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी दावों के बावजूद बस स्टैंडों पर यात्रियों के लिए सुविधाओं का अभाव है और छात्र जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। यूथ कांग्रेस वोट चोर गद्दी छोड़ो अभियान के तहत जगह-जगह जाकर लोगों से वोट चोरी के मुद्दे पर बात कर रही है। 

भाजपा नेता त्रिलोचन सिंह की सख्त प्रतिक्रिया

पोस्टर पर कालिख पोतने की घटना के बाद भाजपा नेता त्रिलोचन सिंह ने इस कृत्य को प्रधानमंत्री का अपमान बताते हुए एसपी करनाल को लिखित शिकायत दी थी। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई तेज की और शुक्रवार सुबह रजत लाठर व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। त्रिलोचन सिंह ने कहा कि मेरे पास एक वीडियो आया जिसमें पीएम की तस्वीर पर कालिख पोती जा रही थी। यह बर्दाश्त नहीं हुआ। मैंने एसपी करनाल को पत्र लिखकर साफ कहा कि यदि ऐसी हरकतों पर कार्रवाई नहीं होगी तो भविष्य में टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। उन्होंने बताया कि शिकायत की एक प्रति मुख्यमंत्री कार्यालय और स्थानीय विधायक जगमोहन आनंद को भी भेजी गई थी। 

पहला मौका नहीं है जब रजत लाठर विवादों में आए हों

यह पहला मौका नहीं है जब रजत लाठर विवादों में आए हों। 17 दिन पहले असंध नगरपालिका कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान सरकारी काम में बाधा डालने और गेट पर ताला लगाने के मामले में भी लाठर व अन्य कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई थी। शिकायत के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय का गेट बंद कर दिया था, जिससे कर्मचारी और आम लोग अंदर फँस गए। काफी मशक्कत के बाद कर्मचारी ताला तोड़कर बाहर निकले। 

कालिख पोतना विरोध का तरीका नहीं

कांग्रेस के जिला प्रधान राजेश वैध ने घटना पर कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करती है। कालिख पोतना विरोध का तरीका नहीं है। हम वोट चोरी के मुद्दे पर आंदोलन जारी रखेंगे, लेकिन मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी है।कांग्रेस नेता सतीश राणा ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के पोस्टर पर कालिख पोतना गलत है और कांग्रेस इस तरह की राजनीति का समर्थन नहीं करती। 

गिरफ्तारी कानून के मुताबिक नहीं की गई

यूथ कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर उनके वकील विक्रांत राठौर ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की स्पष्ट अवहेलना की गई है। वकील के अनुसार पुलिस ने रजत लाठर और अशोक को कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना अवैध तरीके से गिरफ्तार किया, जिसे अदालत ने भी नोट किया है। वकील विक्रांत राठौर ने बताया कि कोर्ट में पेश किए गए तथ्यों के आधार पर दोनों नेताओं को जमानत दे दी गई है। उन्होंने कहा कि यह मामला अभी जांच के अधीन है और पुलिस ने हरियाणा प्रॉपर्टी प्रोविजन एक्ट के तहत भी धाराएँ जोड़ी हैं, जिनकी वैधता पर आगे कानूनी परीक्षण होगा। वकील का कहना है कि गिरफ्तारी कानून के मुताबिक नहीं की गई। सुप्रीम कोर्ट जिन प्रक्रियाओं का पालन अनिवार्य बताता है, उनमें कई बिंदुओं को पुलिस ने नजरअंदाज किया। न्यायालय ने हमारी दलीलों को स्वीकार किया और इसी आधार पर जमानत प्रदान की गई।

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