जिला कांग्रेस कमेटी (शहरी) ने चुनाव आयोग द्वारा लागू किए गए SIR (Systematic Information Review) सिस्टम की कड़ी आलोचना की है। पार्टी का आरोप है कि यह प्रणाली सुधार के बजाय सरकारी कर्मचारियों और आम नागरिकों पर अनावश्यक बोझ डाल रही है। कांग्रेस द्वारा जारी बयान में करनाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष पराग गाबा ने कहा कि विभिन्न राज्यों से सामने आई समाचार रिपोर्टों के अनुसार बीते 19 दिनों में 6 राज्यों में कुल 16 BLO कर्मियों की मौत हो चुकी है—गुजरात में 4, मध्य प्रदेश में 4, पश्चिम बंगाल में 3, राजस्थान में 2 तथा तेलंगाना और केरल में 1-1, मध्य प्रदेश में 24 घंटे के भीतर दो BLO कर्मियों की मृत्यु का उल्लेख करते हुए पार्टी ने इन घटनाओं को गंभीर चिंता का विषय बताया। गुजरात में भी चार दिनों के भीतर दो कर्मियों की मौत की जानकारी सामने आई है।
कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव और तनाव
कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया के कारण कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव और तनाव बढ़ा है, जिससे हालात भयावह बने हुए हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि मतदाता सूची को डिजिटल और सर्चेबल बनाने के बजाय नागरिकों को पुराने स्कैन दस्तावेजों के पन्ने पलटने पड़ रहे हैं, जिससे आम लोगों को भारी असुविधा हो रही है। पार्टी के अनुसार, तकनीकी रूप से सक्षम देश होते हुए भी भारत में मतदाता सूची को आधुनिक रूप में उपलब्ध न कराना कई सवाल खड़े करता है। कांग्रेस ने इस स्थिति को मतदाताओं को अनावश्यक रूप से जटिल प्रक्रिया में उलझाने का प्रयास बताया।
SIR प्रक्रिया के दौरान हुई 16 BLO कर्मियों की मौतों की न्यायिक जांच कराई जाए
जिला कांग्रेस कमेटी (शहरी), करनाल ने मांग की है कि SIR प्रणाली को तत्काल प्रभाव से रोका जाए, मतदाता सूची को आधुनिक डिजिटल स्वरूप में उपलब्ध कराया जाए तथा SIR प्रक्रिया के दौरान हुई 16 BLO कर्मियों की मौतों की न्यायिक जांच कराई जाए। साथ ही मृतक कर्मचारियों के परिजनों को उचित मुआवज़ा और सहायता प्रदान किए जाने की भी मांग की गई है।पार्टी ने कहा कि वह उन सभी नागरिकों और कर्मचारियों के साथ खड़ी है जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुगमता के लिए प्रयासरत हैं।